क्या आप जानते हैं कि फर्मवेयर क्या है, फर्मवेयर कैसे काम करता है, यह किसमे इंस्टॉल होता है फरवरी की आवश्यकता क्यों है अगर नहीं तो आप इस पोस्ट के माध्यम से जान सकते हैं।
What is Firmware in hindi | फर्मवेयर क्या है पूरी जानकारी |
फर्मवेयर क्या है | फर्मवेयर क्या होता हैं | what is firmware
कंप्यूटर्स में बहुत से प्रकार के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर होते हैं जिनकी मदद से कंप्यूटर यूजर द्वारा दिए गए कार्यों को करने में सक्षम हो पाता है। और हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर कैसे विशिष्ट कार्य को पूरा करने के लिए बनाए जाते हैं। हम सभी ने बहुत से सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के नाम सुने हैं लेकिन एक और चीज है जिसके उपयोग के बिना कंप्यूटर शुरू भी नहीं किया जा सकता, वह फर्मवेयर है।
Introduction of firmware | फर्मवेयर का परिचय
क्या आपको पता है कि कंप्यूटर को शुरू करने में फर्मवेयर की क्या भूमिका होती है नहीं बताना। अब तक तो यही सोचते हुए आ रहे थे कि कंप्यूटर सीपीयू और ऑपरेटिंग सिस्टम के वजह से काम करता है लेकिन यह सिर्फ आधा अधूरा सच है। फर्मवेयर के बिना कंप्यूटर किसी काम का नहीं है। जानकर हैरानी होगी कि फर्मवेयर का उपयोग केवल कंप्यूटर में ही नहीं बल्कि बहुत से इलेक्ट्रिकल डिवाइसेज और हार्डवेयर्स में इसका उपयोग किया जाता है। जैसे स्मार्टफोन, कंप्यूटर, लैपटॉप, टेबलेट, वाशिंग मशीन इत्यादि।
इसका काम भले ही छोटा सा होता है लेकिन यह सभी मशीन डिवाइजर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है इसीलिए आज के इस पोस्ट में फर्मवेयर क्या है, फर्मवेयर कहां पर स्टोर होता है इन सारे सवालों के जवाब हमें इस पोस्ट के माध्यम से जानेंग।
What is firmware | फर्मवेयर क्या होता है
शनिवार को समझने के लिए सबसे पहले हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को समझना जरूरी है।
Hardware :-हार्डवेयर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज है जो कंप्यूटर के वे भाग होते हैं जिन्हें हम छू सकते हैं और देख सकते हैं। यह कंप्यूटर के भौतिकी भाग (physical part) होता है जिससे कंप्यूटर की बॉडी तैयार की जाती हैं। हार्डवेयर केेे उदाहरण हैं मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस, पेनड्राइव, सीपीयू इत्यादि।
Software :- सॉफ्टवेयर इंस्ट्रक्शन और प्रोग्राम का एक सेट होता है जो एक विशेष कार्य को करने के लिए एक विशेष निर्देश देता है। सॉफ्टवेयर यूजर को कंप्यूटर पर काम करने की योग्यता प्रदान करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर का मुख्य उदाहरण है।
हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों मिलकर के कंप्यूटर के कार्य को पूरा करते हैं और यूजर को आउटपुट देते हैं। सॉफ्टवेयर हार्डवेयर को जानने के बाद आप जानते हैं कि फर्मवेयर क्या होता है।
“फर्मवेयर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर है जो हार्डवेयर के एक हिस्से में जुड़ा हुआ होता है”फर्मवेयर के किसी हार्डवेयर के बेसिक फंक्शन परफॉर्म करने के इंस्ट्रक्शन प्रोग्राम होते हैं इसलिए हम firmware को हार्डवेयर के लिए सॉफ्टवेयर भी कह सकते हैं। फर्मवेयर एक ऐसा प्रोग्राम में जो हार्डवेयर के साथ जुड़कर आता है यानी कि फर्मवेयर को हार्डवेयर के मैन्युफैक्चरिंग के समय ही उस में स्थापित किया जाता है। जैसे कि कीबोर्ड, हार्ड ड्राइव, ग्राफिक कार्ड, printers या इसके अलावा आपके घर के होम अप्लायंसेज माइक्रोवेव ओवन, वाशिंग मशीन, टीवीसी इत्यादि में भी firmware जुड़ा हुआ होता है।
Firmware सॉफ्टवेयर का एक छोटा सा टुकड़ा है जो hardware का काम करता है। ये सभी hardware devices को system के अंदर अन्य डिवाइसेज के साथ कम्युनिकेट करने और बेसिक इनपुट आउटपुट टास्को को परफॉर्म करने के लिए इंस्ट्रक्शन देता है। फर्मवेयर के द्वारा हमारे द्वारा उपयोग किए जाने वाले अधिकांश इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज काम नहीं कर सकते क्योंकि हर छोटे-बड़
इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया गया है जिसके मदद से वह यूज़र द्वारा दिए गए इनपुट्स को समझता है।
उसके अनुसार काम करता है जैसे साधारण सा उदाहरण है वॉशिंग मशीन जिसमें कुछ बटन होते हैं जिसका इस्तेमाल करके मशीन को कंट्रोल किया जाता है। और हम अपनी जरूरत के अनुसार उस से काम करवाते हैं लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि जैसे ही हम बटन दबाते हैं तो मशीन कैसे समझ जाती है कि किस मोड में कितनी स्पीड से काम करना है। वह इसलिए समझ जाती है क्योंकि इसमें एक मेमोरी होती है जिसमें फर्मवेयर को इंस्टॉल किया होता है और उसी फर्मवेयर के चलते हैं मशीन हमारे द्वारा दिए गए इंस्ट्रक्शन को समझ जाता है।
इसी तरह आपने कंप्यूटर का बॉयोस देखा होगा जो फर्मवेयर की तरह ही काम करता है जो कंप्यूटर हार्डवेयर के Rom में इंस्टॉल होता है। कंप्यूटर सिस्टम में ऑपरेटिंग सिस्टम को लोड करने से पहले फर्मवेयर सभी हार्डवेयर डिवाइसेज को चेक करता है कि वह सही सिचुएशन में है या नहीं और वह ठीक से काम कर रहे हैं या नही उनमें कोई डिफेक्ट है या नहीं उसके बाद ही सिस्टम को रैम में लोड करके कंप्यूटर को कार्य करने की सिचुएशन में लाता है।
Where does the firmware store on the computer | फर्मवेयर कंप्यूटर में कहां पर स्टोर रहता है
फर्मवेयर वास्तव डिवाइस में कहां पर स्टोर होता है इसका जब आप हैं फर्मवेयर आमतौर पर विशेष प्रकार की मेमोरी में स्टोर होता है जिसे फ्लैश रोम कहां जाता है जिसे रीड ओनली मेमोरी कहा जाता है। इसमें मैन्युफैक्चर कंपनी के द्वारा केवल एक बार ही प्रोग्राम लिखा जाता है बाद में दोबारा जरूरत पड़ने पर इसे दोबारा से री राइट किया जा सकता है।
कंप्यूटर डिवाइस को हमारे इनपुट समझने के लिए रोम की जरूरत होती है। क्योंकि इसमें डाटा स्थाई रूप से स्टोर होकर रहता है। इसमें डाटा तभी स्टोर होता है जब डिवाइस में पावर नहीं मिलता या फिर डिवाइस बंद हो जाती है। अगर रोम नहीं होता तो फर्मवेयर को स्टोर नहीं किया जा सकता था और डिवाइस भी अपना काम नहीं कर पाता। अन्य सॉफ्टवेयर की तरह है फर्मवेयर का नया वर्जन अपडेट किया जाता है ताकि पहले से और भी ज्यादा अच्छा परफॉर्मेंस दे सके।
Why and how the firmware is updated | फर्मवेयर को अपडेट क्यों और कैसे किया जाता है
फर्मवेयर भी एक सॉफ्टवेयर है इसलिए इसे भी अपडेट किया जा सकता है लेकिन 2013 से पहले ऐसा संभव नहीं था। इससे पहले फर्मवेयर का प्रोग्राम एक ही बार लोड होकर आता था। लेकिन कैसी बग या eror के कारण हैकर्स ने फर्मवेयर को हैक किया था तभी से फर्मवेयर का अपडेट आना शुरू हो गया है।
फर्मवेयर पहले से ही किसी प्रोडक्ट से जुड़ा हुआ आता है। कभी यह खराब हो जाता है या उस प्रोडक्ट से बनाने वाले कंपनियों को ऐसा लगता है कि यह डिवाइस ठीक तरह से काम नहीं कर रहा है या इसमें कोई प्रॉब्लम है या eror है तो ऐसे में कंपनी फर्मवेयर को अपडेट करते हैं और कई कंपनी टेक्नोलॉजी के आधार पर hardwareके साथ campatiable फर्मवेयर अपडेट करवाते रहते है ताकि अपडेटेड डिवाइस नई और Advamce opration के साथ अपग्रेड हो जाए।
फर्मवेयर अपडेट हार्डवेयर सुधार करने और नई फीचर्स जोड़ने के लिए जारी किए जाते हैं। फर्मवेयर को अपडेट करने से ये aapke डिवाइस के कार्य क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अपडेट हो जाने के बाद वो डिवाइस नए डिवाइस के समान कार्य करने लगता है और साथ ही उसकी परफॉर्मेंस को और भी बेहरत बनाता है। फर्मवेयर को अपडेट करने के लिए आप सीधे मैन्युफैक्चर के वेबसाइट से अपडेट वर्जन को अपडेट कर सकते है।
Device के firmware को update करना कोई मुस्किल काम नहीं है। बस जब भी आपका सिस्टम uodate होने के लिए तैयार रहेगा तब वह आपको सूचित करेगा फर्मवेयर अपडेट करने के लिए। उसके बाद आप कंपनी के website से firmware को download करके install करके run कर सकते हैं। फिर सिस्टम को restart करें।
इस तरह से system का firmware अपडेट हो जायेगा। Firmware software अपडेट करने से पहले आपको ये ध्यान रखना है की जब आप firmeare uodate कर रहे हो तो आपकी डिवाइस बंद नहीं होनी चाहिए इससे आपकी device खराब होने की खतरा होता है।
यहां पर ध्यान रखने वाली एक और बात ये है कि केवल वही updated software को भरोसेमंद मान सकते है जो सीधे मैन्युफैक्चरर्स या कंपनी के द्वारा भेजे जाते हैं। किसी भी software को अपडेट करने के लिए किसी भी थर्ड पार्टी पर भरोसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि हो सकता है कि आपके system के virus attac हो जाए। उतना ही खतरनाक है गलत firmware सिस्टम में अपडेट करने से बचना।
Firmware update करने से पहले ये देखे की आपके डिवाइस का मॉडल नंबर उस firmware के साथ मैच कर रहा है कि नही। उसके बाद ही उस software को download कर install करे नही तो हो सकता है कि आपक डिवाइस की पहले वाली firmware करप्ट हो जाए और नया वाला firmware इंस्टॉल नही हो ऐसे में आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।